नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी को हमारा इंडियाकैलेंडर में आज हम आपको बताने जा रहे हैं बाल दिवस के बारे में तो आइये जानते है …
आज के दौर में भारत सबसे युवा है। भारत के सभी युवा अगर सही मार्ग पर चलें और अच्छे से कार्य करें तो पूरी दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो कि हमें रोक पाए। किसी भी युवा या शख्स का वर्तमान उसकी प्रारंभिक शिक्षा और बाल्यकाल पर निर्धारित रहता है। अगर बचपन से ही उन्होंने अच्छे संस्कार और अच्छी शिक्षा पाई हो तो बाद में कोई भी परीक्षा पास करना मुश्किल नहीं होता है। हालांकि इन सब में हमें ये देखना जरूरी होता है कि बच्चे की रुची किसी चीज में है और वो क्या कुछ सबसे अच्छा कर सकता है। इसी बाल्यवस्था को समर्पित है “बाल दिवस” या ”चिल्ड्रन डे”। यूं तो पूरी दुनिया में 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है, लेकिन भारत में इसे 14 नवंबर को मनाते हैं। इस दिन हर स्कूल में रंगारंग कार्यक्रम करवाए जाते हैं। बच्चों के लिये खेलें करवाई जाती हैं। भाषण होते हैं। गाने गंवाए जाते हैं और हर वो गतिविधि करवाई जाती है जिसके कि बच्चे का समुचित विकास हो। ये भी सुनिश्चित किया जाता है कि कार्यक्रम में हर बच्चा भाग ले, ताकि उसके अंदर छिपी प्रतिभा को बाहर लाया जा सके, क्योंकि आम दिनों में पढ़ाई के अलावा किसी में क्या विशेषता है ये कोई नहीं जान पाता।
14 नवंबर को भारत में बाल दिवस हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जाता है बाल दिवस पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है . क्योंकि जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत ज्यादा प्यार था जिसके कारण उनके जन्मदिन को भारत में Bal Diwas के रूप में मनाया जाता है I इस दिन कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं I जिसमें छोटे बच्चे बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं I इसके अलावा वाद-विवाद निबंध लेखन भाषण प्रतियोगिता आयोजित की जाती है और उसने अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया जाता है I ऐसे में आप लोगों के मन में सवाल आता है बाल दिवस कब मनाया जाता है?, बाल दिवस का इतिहास, बाल दिवस पर किसकी जयंती मनाई जाती है ऐसे तमाम सवाल अगर आपके मन में आ रहे हैं तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि आर्टिकल को आखिर तक पढ़े चलिए शुरू करते हैं
बाल दिवस कब मनाया जाता है?
बाल दिवस पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है I पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में कहा जाता है कि उन्हें बच्चों से बहुत ज्यादा प्यार था इसी कारण बच्चे उन्हें चाचा नेहरू भी कहा करते थे I पंडित जवाहरलाल नेहरू का मानना था कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं इसलिए उनके समुचित विकास की जिम्मेदारी हम सबका है इसलिए उन्होंने बच्चों के विकास के लिए कई लोग कल्याणकारी योजना का संचालन किया जिसमें बच्चों को मुफ्त शिक्षा और कुपोषण जैसी समस्या से बचाना था इसलिए बाल दिवस को पंडित जवाहर नेहरू की याद में मनाया जाता है 1964 के पहले बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था लेकिन जब पंडित जवाहरलाल नेहरु की मृत्यु हो गई तो उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा उस समय के तत्कालीन सरकार ने किया इसके पीछे की वजह थी कि पंडित ज्वाला नेहरू बच्चों से खास लगाव था
क्यों मनाया जाता है 14 नवंबर को?
14 नवंबर को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जी का भी जन्मदिन होता है। जवाहर लाल जी का जन्म 1889 को हुआ था। जवाहर जी को बच्चों से बहुत लगाव था, बच्चे भी उन्हें “चाचा नेहरू” कह कर पुकारते थे। इसी के चलते भारत में बाल दिवस चाचा नेहरू के जन्मदिवस पर मनाने का फैसला किया गया।
बाल दिवस का महत्व
कोई भी कार्यक्रम मनाया जाता है उसके पीछे कुछ कारण होता है। बाल दिवस, जैसा की नाम ही बताता है कि ये बच्चों को समर्पित है। बच्चे ही देश का भविष्य हैं और अगर हम अपने देश को मजबूत और अर्थव्यवस्था के तौर पर आगे ले जाना चाहते हैं तो इन बच्चों को हमें ट्रेंड करना पड़ेगा। बच्चों में अभी से ही नैतिक शिक्षा देनी पड़ेगी ताकि आगे चल कर वो इसी मार्ग पर चलें।
बाल दिवस का महत्व – Important of Childrens Day in Hindi
Children’s Day 2022 बच्चों के जीवन का सबसे अहम दिन होता है इस दिन सभी बच्चे विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं और वहां पर वाद विवाद नाटक निबंध लेखन और भाषण इत्यादि प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं I जिस में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार भी दिया जाता है I बाल दिवस दुनिया के विभिन्न देशों में 20 नवंबर को मनाया जाता है जबकि भारत में 14 नवंबर को इसकी प्रमुख वजह है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से प्यार था इसलिए जब उनकी मृत्यु 1964 में हुई तब उस समय के तत्कालीन सरकार ने इस बात घोषणा की कि अब से 14 नवंबर को भारत में बाल दिवस मनाया जाएगा और तब से ही भारत में 14 नवंबर को बाल दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई
बाल दिवस पर गीत:- बाल दिवस 14 नवंबर को भारत में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा इस दिन सभी बच्चे एक जगह एकत्रित होकर बाल दिवस के महापर्व को खुशी और उल्लास के साथ भिन्न प्रकार के गतिविधियों में सम्मिलित होंगे जैसे वाद-विवाद, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, निबंध लेखन, GK प्रतियोगिता इत्यादि इनमें अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत भी किया जाएगा . बाल दिवस पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है I इसके पीछे का प्रमुख कारण है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से विशेष प्रेम था इसी प्रेम के कारण जब उनकी मृत्यु हुई तब उस समय के तत्कालीन सरकार ने इस बात की घोषणा की कि भारत में अब से बाल दिवस पंडित जवाहरलाल नेहरू जयंती के तौर पर मनाया जाएगा तब से 14 नवंबर को ही भारत में इसे मनाया जाता है ऐसे में इस बाल दिवस पर आप कुछ बेहतरीन गीत सुनना चाहते हैं या लिखना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही वेबसाइट पर आ गए हैं क्योंकि हम आपके सामने बाल दिवस पर गीत का प्रस्तुतीकरण आपके सामने रखेंगे इसलिए हम आपसे निवेदन करेंगे कि आर्टिकल पर आखिर तक बने रहे हैं चलिए शुरू करते हैं-
बच्चो हम आज बताते हैं
यह बाल दिवस क्या होता
यह बाल दिवस क्यों होता
ये तो तुम सबने सुना ही होगा
दुनिया राम चलाते हैं
बैकुंठ छोड़कर बच्चे बन
भगवान धरा पर आते हैं
जिनको छल कपट नहीं आते
भगवान वहीँ पर रम जाते हैं
इसलिये तो बच्चे दुनिया में
भगवान का रूप कहाते हैं।
बच्चो हम आज बताते हैं
यह बाल दिवस क्या होता
यह बाल दिवस क्यों होता..
गर महल बनाना हो ऊँचा
तो नीवें ठोस अटूट रखो
भारत को पंख लगाना है
तो बच्चों को मजबूत करो
उनके सपनों को पलने दो
ये फूल चमन में खिलने दो
तब रितु बसंती आयेगी
भारत के भाग्य जगायेगी।
बच्चो हम आज बताते हैं
यह बाल दिवस क्या होता
यह बाल दिवस क्यों होता..
प्यारे बच्चों तुम ख़ूब पढ़ो
खेलो कूदो इक नाम करो
इस वतन को श्रेष्ठ बनाना है
निर्मित होकर निर्माण करो
निष्ठा हो भारत माता से
भारत से भाग्य विधाता से
इस देश को स्वर्ग बनाना है
सच्चाई से तुम काम करो
बच्चो हम आज बताते हैं
यह बाल दिवस क्या होता
यह बाल दिवस क्यों होता
थी बड़ी सोच मौलिक सपने
बच्चों के प्यारे चाचा के
जिनको नेहरू जी कहते हैं
भारत के वीर जवाहर के
नेहरू चाचा का जन्मदिवस
इसलिये तो देश मनाता है
यह तिथि नवंबर चौदह का
दिन बाल दिवस कहलाता है।
बच्चो हम आज बताते हैं
यह बाल दिवस क्या होता
यह बाल दिवस क्यों होता