Hariyali Teej 2024:
इस दिन मनाई जाएगी हरियाली तीज, सुहागिन महिलाएं रखेंगी व्रत, जानें शुभ मुहूर्तHariyali Teej : हरियाली तीज का व्रत भादो माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ती है. दांपत्य जीवन खुशहाल, पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्यवती के लिए महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव का व्रत रखती हैं और पूजा करती हैं.
Hariyali Teej 2024: आज यानी 7 सितम्बर 2024 को हरियाली तीज का व्रत रखा जा रहा है। हरियाली तीज का पावन पर्व भादो महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार तीज पर भगवान भोलेनाथ और पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। इस दौरान सुहागिन महिलाएं वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए उपवास रखती हैं। इसके अलावा कुंवारी कन्याएं भी योग्य वर प्राप्ति के लिए ये व्रत रखती हैं। इस व्रत में हरे रंग के अधिक महत्व होने के कारण इसे हरियाली तीज कहा जाता है। इस दिन व्रती महिलाएं हरे रंग की साड़ी, हरी चूड़ियां आदि पहनती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि हरियाली तीज व्रत का शुभ मुहूर्त से लेकर पूजा विधि तक सम्पूर्ण जानकारी।
Hariyali Teej 2024 : अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिन महिलाएं हर साल हरियाली तीज (Hariyali Teej) पर निर्जला व्रत रखती हैं. ये पावन व्रत भादो माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ती है. दांपत्य जीवन खुशहाल, पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्यवती के लिए महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव (Lord Shiva) का व्रत रखती हैं और पूजा करती हैं. माता पार्वती को ही तीज माता भी कहा जाता है. अगर आप भी इस व्रत को रखना चाहती हैं तो आइए जानते हैं इस बार हरियाली तीज कब है और किस मुहूर्त (Hariyali Teej Shubh Muhurat) में पूजा की जाएगी
हरियाली तीज पूजन सामग्री
हरियाली तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष माना जाता है। पूजा के लिए इस दौरान निम्नलिखित सामग्री होनी आवश्यक है।
पीला वस्त्र
कच्चा सूत
नए वस्त्र
केले के पत्ते
बेलपत्र
भांग
धतूरा
शमी के पत्ते
जनेऊ
जटा नारियल
चावल
दूर्वा घास
घी
कपूर
अबीर-गुलाल
श्रीफल
चंदन
गाय का दूध
गंगाजल
दही
मिश्री
शहद
पंचामृत
सुहाग का सामान: सिंदूर, बिंदी, चूड़ियां, माहौर, खोल, कुमकुम, कंघी, बिछुआ, मेहंदी, दर्पण और इत्र जैसी चीजों को जरूर रखें।
हरियाली तीज की पूजा विधि
हरियाली तीज के दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें।
इसके बाद स्वच्छ वस्त्रों को धारण करें।
सुहागिन महिलाओं को इस दिन सोलह श्रृंगार जरूर करना चाहिए।
इस दौरान पूरे दिन व्रत करें।
भगवान शिव और माता पार्वती के साथ-साथ गणेश जी की पूजा करें।
इस दौरान पूजा के लिए एक चौकी तैयार करें और उसपर पीले रंग का कपड़ा बिछा दें।
चौकी पर भगवान की मूर्तियां स्थापित करें और भगवान को नए वस्त्र पहनाएं।
अब उपरोक्त दी गईं पूजा सामग्री को भगवान शिव और माता पार्वती को अर्पित करें।
फिर तीज की व्रत कथा सुनें और आरती करें।
अंत में सुखी जीवन की कामना करते हुए महादेव और माता पार्वती का आशीर्वाद लें।